india most important 10 dam

1000209857

india most important 10 dam

क्रमबांध का नामनदी/नदियाँस्थितिविशेषता
1
2Bhakra (Bhakra-Nangal Dam)सतलुज, HP/पंजाबशवला–गुरुत्वाकर्षण, 226 m ऊँचाई, 518 m लम्बाई9.62 km³ (~340 TMC) क्षमता, कृषि एवं पावर हेतु प्रमुख
3Sardar Sarovar Damनर्मदा, गुजरातगुरुत्वाकर्षण, 163 m ऊँचाई, 1210 m लम्बाई9.5 km³ (~335 TMC), 1,450 MW क्षमता, मल्टी‑स्टेट उपयोग
4Indira Sagar Damनर्मदा, MPEarth & gravity, 92 m ऊँचाई12.2 km³ (~431 TMC) – देश का सबसे बड़ा जलाशय
5Nagarjuna Sagar Damकृष्णा, Telangana/APEarth & gravity, 124.7 m ऊँचाई, 4865 m लम्बाई11.56 km³ (~408 TMC), मेसनरी बांध में अग्रणी
6Srisailam Damकृष्णा, Telangana/APEarth & gravity, 145 m ऊँचाई8.72 km³ (~308 TMC), जलविद्युत एवं सिंचाई हेतु उपयोगी
7Hirakud Damमहानदी, OdishaEarth & gravity, 61 m ऊँचाई, 25.8 km लम्बाई5.896 km³ (~208 TMC), दुनिया के सबसे लंबे बांधों में से एक
8Koyna Damकोयना, MaharashtraGravity, 103.2 m ऊँचाई2.981 km³ (~105 TMC), पनबिजली उत्पादन में महत्वपूर्ण
9Ukai Damतापी, GujaratEarth & gravity, 105.2 m ऊँचाई, 4927 m लम्बाई7.41 km³ (~262 TMC), बाढ़ नियंत्रण और सिंचाई उद्देश्‍य
10Rihand (Govind Ballabh Pant Sagar)रिहंद, UPConcrete gravity, 91.4 m ऊँचाई, 934 m लम्बाई10.6 km³ (~374 TMC), जलाशय हेतु प्रमुख

📌 विवरण:-

टेहरी बांध भारत का सबसे ऊँचा है, निर्माण कार्य 2006 में पूरा हुआ ।

इंदिरा सागर देश का सबसे बड़ा जलाशय (क्षमता 12.2 km³), नर्मदा नदी पर स्थित ।

नागरजुना सागर मिट्टी‑गुरुत्वाकर्षण बांध में अग्रणी, कृषि-विद्युत की दृष्टि से महत्वपूर्ण ।हीराकुंड बांध (Hirakud) दुनिया के सबसे लंबे में से एक, 1957 में पूर्ण हुआ ।

इन बांधों ने सिंचाई, पनबिजली, बाढ़ नियंत्रण और पीने के पानी के प्रसाद में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आपके लिए अतिरिक्त जानकारी चाहिए तो बताएं!

अब मैं आपको भारत के प्रमुख 10 बांधों की विस्तृत जानकारी दूँगा — जिसमें उनका इतिहास, निर्माण, उद्देश्य (जैसे सिंचाई, पनबिजली, बाढ़ नियंत्रण), प्रमुख विशेषताएँ और रोचक तथ्य शामिल होंगे।


1. टेहरी बांध (Tehri Dam)

  • स्थान: उत्तराखंड (भागीरथी नदी पर)
  • निर्माण आरंभ: 1978, पूर्ण: 2006
  • प्रकार: Earth & rock-fill
  • ऊँचाई: 260.5 मीटर (भारत का सबसे ऊँचा)
  • उद्देश्य: पनबिजली (1000 MW), सिंचाई, पेयजल
  • विशेषताएँ:
    • हिमालय क्षेत्र में स्थित, भूकंपीय क्षेत्र में निर्मित
    • 42 लाख लोगों को पीने का पानी और 27.22 लाख हेक्टेयर भूमि की सिंचाई करता है
    • पर्यावरण और पुनर्वास को लेकर विवादास्पद रहा

2. भाखड़ा नांगल बांध (Bhakra-Nangal Dam)

  • स्थान: हिमाचल/पंजाब (सतलुज नदी पर)
  • निर्माण: 1948–1963
  • प्रकार: Gravity
  • ऊँचाई: 226 मीटर
  • उद्देश्य: सिंचाई, बिजली उत्पादन (1325 MW), बाढ़ नियंत्रण
  • विशेषताएँ:
    • स्वतंत्र भारत की पहली बड़ी परियोजनाओं में से एक
    • 5 राज्यों को सिंचाई सुविधा
    • देश का एक प्रतीकात्मक “राष्ट्रीय गौरव”

3. सरदार सरोवर बांध (Sardar Sarovar Dam)

  • स्थान: गुजरात (नर्मदा नदी पर)
  • निर्माण आरंभ: 1987, उद्घाटन: 2017
  • प्रकार: Gravity
  • ऊँचाई: 163 मीटर
  • उद्देश्य: सिंचाई (18 लाख हे.), पेयजल, पनबिजली (1450 MW)
  • विशेषताएँ:
    • बहु-राज्यीय परियोजना (गुजरात, महाराष्ट्र, MP, राजस्थान)
    • नर्मदा बचाओ आंदोलन का केंद्र
    • 131 गाँव डूब क्षेत्र में आए

4. इंदिरा सागर बांध (Indira Sagar Dam)

  • स्थान: मध्य प्रदेश (नर्मदा नदी पर)
  • निर्माण: 1992–2005
  • प्रकार: Concrete gravity
  • ऊँचाई: 92 मीटर
  • जलाशय क्षमता: भारत में सबसे बड़ी — 12.22 km³
  • उद्देश्य: सिंचाई, जलविद्युत (1000 MW), पेयजल
  • विशेषताएँ:
    • नर्मदा बेसिन विकास का हिस्सा
    • आसपास के किसानों को व्यापक सिंचाई सुविधा

5. नागरजुन सागर बांध (Nagarjuna Sagar Dam)

  • स्थान: तेलंगाना/आंध्र प्रदेश (कृष्णा नदी)
  • निर्माण: 1955–1967
  • प्रकार: Masonry + Earth-fill
  • ऊँचाई: 124.7 मीटर
  • लंबाई: 4.8 किमी
  • उद्देश्य: सिंचाई, बिजली, जल संग्रहण
  • विशेषताएँ:
    • विश्व के सबसे बड़े पत्थर से बने बांधों में
    • 1.2 मिलियन हेक्टेयर भूमि को पानी

6. श्रीशैलम बांध (Srisailam Dam)

  • स्थान: आंध्र प्रदेश/तेलंगाना (कृष्णा नदी पर)
  • निर्माण: 1960–1981
  • ऊँचाई: 145 मीटर
  • उद्देश्य: जलविद्युत (1670 MW), सिंचाई
  • विशेषताएँ:
    • दक्षिण भारत की प्रमुख परियोजनाओं में
    • भगवान मल्लिकार्जुन मंदिर के निकट स्थित (पवित्र स्थल)

7. हीराकुंड बांध (Hirakud Dam)

  • स्थान: ओडिशा (महानदी पर)
  • निर्माण: 1948–1957
  • लंबाई: 25.8 किमी (विश्व में सबसे लंबा मिट्टी का बांध)
  • ऊँचाई: 61 मीटर
  • उद्देश्य: सिंचाई, बाढ़ नियंत्रण, बिजली
  • विशेषताएँ:
    • लगभग 8 लाख हेक्टेयर भूमि की सिंचाई
    • 307 MW बिजली उत्पादन

8. कोयना बांध (Koyna Dam)

  • स्थान: महाराष्ट्र (कोयना नदी)
  • निर्माण: 1956–1964
  • प्रकार: Concrete Gravity
  • ऊँचाई: 103.2 मीटर
  • उद्देश्य: जलविद्युत (1920 MW), पेयजल
  • विशेषताएँ:
    • महाराष्ट्र की विद्युत आवश्यकताओं का प्रमुख स्रोत
    • भूकंप संभावित क्षेत्र में मजबूत संरचना

9. उकाई बांध (Ukai Dam)

  • स्थान: गुजरात (ताप्ती नदी)
  • निर्माण: 1972
  • ऊँचाई: 105.2 मीटर
  • लंबाई: 4.9 किमी
  • उद्देश्य: सिंचाई, बाढ़ नियंत्रण, बिजली (300 MW)
  • विशेषताएँ:
    • दक्षिण गुजरात के लिए महत्वपूर्ण जल स्रोत

10. रिहंद बांध (Rihand Dam / Govind Ballabh Pant Sagar)

  • स्थान: उत्तर प्रदेश (रिहंद नदी, सोन की सहायक)
  • निर्माण: 1954–1962
  • ऊँचाई: 91.4 मीटर
  • जलाशय: Govind Ballabh Pant Sagar
  • उद्देश्य: बिजली उत्पादन, औद्योगिक जल आपूर्ति
  • विशेषताएँ:
    • उत्तर भारत के थर्मल पावर प्लांट्स को जल आपूर्ति

अगर आप चाहें तो मैं इसका PDF प्रोजेक्ट या स्लाइड प्रजेंटेशन भी तैयार कर सकता हूँ। बताएं कैसे आगे बढ़ना है?

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top