benifit of farmer registry फार्मर रजिस्ट्री के फायदे
Farmer रजिस्ट्री (किसान रजिस्ट्री) से किसानों को कई तरह के लाभ मिलते हैं। इसका उद्देश्य किसानों की एक केंद्रीकृत, डिजिटल पहचान बनाना है, जिससे सरकार की योजनाएं सीधे लाभार्थियों तक पहुँच सकें। इसके मुख्य लाभ इस प्रकार हैं:
1. सरकारी योजनाओं का सीधा लाभपीएम किसान सम्मान निधि जैसी योजनाओं में सीधे बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर किए जाते हैं।बीज, खाद, और कृषि यंत्रों पर सब्सिडी मिलना आसान होता है।
2. डिजिटल पहचान और रिकॉर्डएक बार रजिस्ट्री होने के बाद किसान का पूरा विवरण डिजिटल रूप से रिकॉर्ड हो जाता है।इससे बार-बार दस्तावेज़ दिखाने की जरूरत नहीं रहती।
3. क्रेडिट और लोन सुविधाकिसान क्रेडिट कार्ड (KCC) के लिए आवेदन करना आसान होता है।बैंक व अन्य संस्थान लोन देने में सहज होते हैं क्योंकि भूमि और किसान की जानकारी पहले से उपलब्ध होती है।
4. बीमा योजनाओं में शामिल होनाफसल बीमा योजना का लाभ लेने में आसानी होती है।प्राकृतिक आपदा या फसल क्षति की स्थिति में मुआवज़ा सीधे ट्रांसफर किया जा सकता है।
5. ट्रैकिंग और निगरानीसरकार को यह जानने में सुविधा होती है कि किस क्षेत्र में कौन सी फसल उगाई जा रही है और कितने किसान उसमें शामिल हैं।इससे नीति निर्माण में मदद मिलती है।उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई किसान रजिस्ट्री (Farmer Registry UP) एक महत्वपूर्ण डिजिटल पहल है, जिसका उद्देश्य राज्य के किसानों को सरकारी योजनाओं और सेवाओं का लाभ सीधे और पारदर्शी तरीके से प्रदान करना है। इस रजिस्ट्री के माध्यम से किसानों को एक यूनिक किसान आईडी (Farmer ID) प्रदान की जाती है, जिससे वे विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं।
🟢 किसान रजिस्ट्री के मुख्य लाभ:
1. प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (DBT):पीएम किसान सम्मान निधि जैसी योजनाओं के तहत किसानों को सीधे उनके बैंक खाते में वित्तीय सहायता प्राप्त होती है।
2. सरकारी योजनाओं तक आसान पहुँच:किसान क्रेडिट कार्ड (KCC), फसल बीमा योजना (PMFBY), बीज और खाद पर सब्सिडी, और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) जैसी योजनाओं का लाभ उठाने में सुविधा होती है।
3. डिजिटल पहचान और पारदर्शिता:यूनिक किसान आईडी के माध्यम से योजनाओं का लाभ सीधे किसानों तक पहुँचता है, जिससे बिचौलियों की भूमिका कम होती है और पारदर्शिता बढ़ती है।
4. कृषि संबंधी सलाह और तकनीकी सहायता:पंजीकृत किसानों को उनकी फसल और भूमि की जानकारी के आधार पर कृषि सलाह और नवीनतम तकनीकी जानकारी प्रदान की जाती है।
5. सरकारी डेटा संग्रहण और नीति निर्माण में सहायता:सरकार को किसानों की सटीक जानकारी प्राप्त होती है, जिससे योजनाओं का बेहतर तरीके से क्रियान्वयन और नीति निर्माण संभव होता है।—
📝 किसान रजिस्ट्री के लिए आवश्यक दस्तावेज़:
आधार कार्ड
मोबाइल नंबर
बैंक खाता विवरण
भूमि के दस्तावेज़ (जैसे खसरा/खतौनी)
पासपोर्ट साइज फोटो —
🖥️ ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया:
1. आधिकारिक पोर्टल पर जाएँ:https://upfr.agristack.gov.in/farmer-registry-up
2. नया उपयोगकर्ता खाता बनाएँ:”नया उपयोगकर्ता खाता बनाएँ” विकल्प पर क्लिक करें और आधार नंबर दर्ज करें।
3. ओटीपी सत्यापन:आधार से जुड़े मोबाइल नंबर पर प्राप्त ओटीपी दर्ज करके सत्यापन करें।
4. व्यक्तिगत जानकारी भरें:नाम, पता, जन्मतिथि, भूमि विवरण आदि जानकारी भरें।
5. दस्तावेज़ अपलोड करें:आवश्यक दस्तावेज़ जैसे आधार कार्ड, भूमि रिकॉर्ड, बैंक विवरण आदि अपलोड करें।
6. ई-साइन और सबमिट करें:सभी जानकारी भरने के बाद ई-साइन करें और फॉर्म सबमिट करें।
📞 सहायता और संपर्क:हेल्पलाइन नंबर: 1800-180-1551
ईमेल: dbt.validation@gmail.com
यदि आप उत्तर प्रदेश के किसान हैं और अभी तक आपने किसान रजिस्ट्री में पंजीकरण नहीं कराया है, तो आज ही पंजीकरण करें और सरकारी योजनाओं का लाभ उठाएं। यदि आपको पंजीकरण प्रक्रिया में किसी सहायता की आवश्यकता हो, तो मैं आपकी मदद के लिए यहाँ हूँ।
यदि आपकी फार्मर रजिस्ट्री (Farmer Registry) नहीं हो पाई है या पंजीकरण में कोई समस्या आ रही है, तो आप नीचे दिए गए उपाय अपनाकर समस्या का समाधान कर सकते हैं:—
✅ 1. रजिस्ट्रेशन की स्थिति जांचें:सबसे पहले यह जांचें कि आपका रजिस्ट्रेशन पहले से तो नहीं हुआ है।इसके लिए UP Farmer Registry पोर्टल पर जाकर “पंजीकरण की स्थिति देखें” विकल्प का उपयोग करें।आधार नंबर या मोबाइल नंबर डालकर स्थिति देखी जा सकती है।
✅ 2. दस्तावेज़ों की जांच करें:पंजीकरण न होने का एक आम कारण दस्तावेज़ों की त्रुटि या अधूरे दस्तावेज़ हो सकते हैं:आधार कार्ड में नाम की स्पेलिंग भूमि दस्तावेजों से मेल नहीं खा रही हो।बैंक खाता आधार से लिंक न हो।मोबाइल नंबर आधार से जुड़ा न हो।
✅ 3. नजदीकी CSC केंद्र या कृषि विभाग से संपर्क करें:आप अपने ग्राम पंचायत, CSC (जन सेवा केंद्र) या ब्लॉक कृषि अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं। वे ऑन-स्पॉट पंजीकरण में मदद कर सकते हैं।
✅ 4. हेल्पलाइन से सहायता लें:उत्तर प्रदेश किसान सहायता केंद्र का टोल फ्री नंबर:1800-180-1551यहाँ कॉल करके आप अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं या तकनीकी सहायता ले सकते हैं।–
-✅ 5. ऑनलाइन शिकायत दर्ज करें:https://upagriculture.com/ वेबसाइट पर जाकर “शिकायत दर्ज करें” सेक्शन में आप अपनी समस्या दर्ज कर सकते हैं।
यदि आपने स्वयं पंजीकरण की कोशिश की है लेकिन तकनीकी दिक्कत आ रही है:ब्राउज़र कैश क्लियर करें और दोबारा कोशिश करें।मोबाइल के बजाय कंप्यूटर पर करें या समय बदलकर प्रयास करें (सरवर लोड कम होने पर)।
यहाँ उत्तर प्रदेश में Farmer Registry (किसान रजिस्ट्री) कराने की Step-by-Step प्रक्रिया दी गई है:—
उत्तर प्रदेश फार्मर रजिस्ट्री: Step-by-Step पंजीकरण
प्रक्रियास्टेप 1: आधिकारिक वेबसाइट पर जाएंhttps://upfr.agristack.gov.in/farmer-registry-up पर क्लिक करें।यह उत्तर प्रदेश सरकार की आधिकारिक किसान रजिस्ट्री वेबसाइट है।
स्टेप 2: “किसान पंजीकरण करें” पर क्लिक करेंहोमपेज पर “किसान पंजीकरण करें” या “नई किसान आईडी बनाएं” विकल्प पर क्लिक करें।
स्टेप 3: आधार नंबर दर्ज करेंकिसान का 12 अंकों का आधार नंबर दर्ज करें।आधार से जुड़े मोबाइल नंबर पर OTP आएगा।OTP दर्ज करके आगे बढ़ें।
स्टेप 4: व्यक्तिगत जानकारी भरेंनाम, पिता का नाम, जन्मतिथि, लिंग, पता आदि जानकारी भरें।जानकारी सही-सही आधार के अनुसार भरें।
स्टेप 5: भूमि की जानकारी दर्ज करेंखेत का खाता नंबर (खसरा/खतौनी) दर्ज करें।जमीन कितनी है, किस फसल की बुवाई करते हैं – ये विवरण भरें।दस्तावेज़ (PDF/JPEG) अपलोड कर सकते हैं यदि मांगा जाए।
स्टेप 6: बैंक विवरण भरेंकिसान के नाम से जुड़ा बैंक खाता नंबर, IFSC कोड, बैंक का नाम दर्ज करें।यह पीएम किसान योजना जैसी DBT (Direct Benefit Transfer) योजनाओं के लिए ज़रूरी है।—स्टेप 7: दस्तावेज़ अपलोड करेंआवश्यक दस्तावेज़ जैसे:आधार कार्डभूमि का प्रमाणबैंक पासबुक (फोटो)पासपोर्ट साइज फोटोJPG/PDF फॉर्मेट में अपलोड करें।
स्टेप 8: घोषणा पत्र और ई-साइन करें”मैं पुष्टि करता हूँ…” वाले बॉक्स को चेक करें।ई-साइन या फॉर्म सबमिट का विकल्प चुनें।
स्टेप 9: रजिस्ट्रेशन सबमिट करेंसबमिट बटन दबाएं।सफल पंजीकरण के बाद आपको एक यूनिक किसान आईडी नंबर मिलेगा।भविष्य में लॉगिन या योजनाओं के लिए यही ID उपयोग होगी।
स्टेप 10: रजिस्ट्रेशन की स्थिति जांचें (यदि तुरंत ID न मिले)होमपेज पर “पंजीकरण की स्थिति देखें” पर जाकर आधार नंबर या मोबाइल नंबर से स्थिति देख सकते हैं।—