15 Right that every Indian Should Know / जानिए कुछ ऐसे कानूनी अधिकार जिसे हर भारतीय को जानना चाहिये

15 Right that every Indian Should Know / जानिए कुछ ऐसे कानूनी अधिकार जिसे हर भारतीय को जानना चाहिये

15 Right that every Indian Should Know / जानिए कुछ ऐसे कानूनी अधिकार जिसे हर भारतीय को जानना चाहिये

15 Right that every Indian Should Know / जानिए कुछ ऐसे कानूनी अधिकार जिसे हर भारतीय को जानना चाहिये

भारतीय संविधान ने लोगों के अधिकारों की रक्षा के लिए बहुत से कानूनी उपाय किये हैं लेकिन दुर्भाग्यवश कुछ उपाय आम लोगों को अभी तक पता नहीं चल पाया है | आज हम इस लेख में ऐसे ही कुछ कानूनों और अधिकारों की चर्चा करने जा रहे हैं जो कि साधारण लोगों / महिलाओं को शोषण से बचने में मदद करेंगे |

15 Right that every Indian Should Know / जानिए कुछ ऐसे कानूनी अधिकार जिसे हर भारतीय को जानना चाहिये


मोटर वाहन एक्ट, 1988, सेक्शन – 185,202

  1. यदि ड्राइविंग के समय आपके 100ml ब्लड में अल्कोहल का लेवल 30mg से ज्यादा मिलता है तो पुलिस बिना वारंट आपको गिरफ्तार कर सकती है ।

आपराधिक प्रक्रिया संहिता, सेक्शन 46

  1. किसी भी महिला को शाम 6 बजे के बाद और सुबह 6 बजे से पहले गिरफ्तार नहीं किया जा सकता है |

भारतीय दंड संहिता, 166 A

  1. पुलिस अफसर FIR लिखने से किसी को मना नहीं कर सकते, ऐसा करने पर उन्हें 6 महीने से 1 साल तक की जेल हो सकती है |

भारतीय सरिउस अधिनियम 1887

  1. कोई भी होटल चाहे वो 5 स्टार ही क्यों न हो, आपको फ्री में पानी पीने और वाशरूम का इस्तेमाल करने से नहीं रोक सकता है |

भारतीय दंड संहिता व्यभिचार, धारा 498

  1. कोई भी शादीशुदा व्यक्ति किसी अविवाहित लड़की या विधवा महिला से उसकी सहमति से शारीरिक सम्बन्ध बनाता है तो यह अपराध की श्रेणी में नहीं आता है |

पुलिस एक्ट, 1861

6. एक पुलिस अधिकारी हमेशा ही ड्यूटी पर होता है चाहे उसने यूनिफार्म पहनी हो या नहीं । यदि कोई व्यक्ति इस अधिकारी से कोई शिकायत करता है तो वह यह नहीं कह सकता कि वह पीड़ित की मदद नहीं कर सकता क्योंकि वह ड्यूटी पर नहीं है |

15 Right that every Indian Should Know / जानिए कुछ ऐसे कानूनी अधिकार जिसे हर भारतीय को जानना चाहिये

7. बहुत ही कम लोग इस बात को जानते हैं कि यदि उनका गैस सिलेंडर खाना बनाते समय फट जाये तो वह जान और माल की भरपाई के लिये गैस कम्पनी से 40 लाख रुपये तक की सहायता के हक़दार हैं |

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मोटर वाहन (संशोधन) विधेयक, 2016

8. यदि आपका किसी दिन चालान (बिना हेलमेट के या किसी अन्य कारण से) काट दिया जाता है तो फिर दुबारा उसी अपराध के लिए आपका चालान नही काटा जा सकता है।

हिंदू गोद लेना और रखरखाव अधिनियम, 1956

9. यदि आप हिन्दू हैं और आपके पास आपका पुत्र है, पोता है या परपोता है तो आप किसी दूसरे लड़के को गोद नहीं ले सकते हैं। साथ ही गोद लेने वाले व्यक्ति और गोद लिए जाने वाले बच्चे के बीच कम से कम 21 वर्ष का अंतर होना जरूरी है।

मातृत्व लाभ अधिनियम, 1961

10 . कोई भी कंपनी गर्भवती महिला को नौकरी से नहीं निकाल सकती है ऐसा करने पर अधिकतम 3 साल तक की सजा हो सकती है |

हिंदू मैरिज एक्ट की धारा-13

11 . तलाक निम्न आधारों पर लिया जा सकता है : हिंदू मैरिज एक्ट के तहत कोई भी (पति या पत्नी) कोर्ट में तलाक के लिए अर्जी दे सकता है | व्यभिचार (शादी के बाहर शारीरिक रिश्ता बनाना), शारीरिक व मानसिक प्रताड़ना, नपुंसकता, बिना बताए छोड़कर जाना, हिंदू धर्म छोड़कर कोई और धर्म अपनाना, पागलपन, लाइलाज बीमारी, वैराग्य लेने और सात साल तक कोई अता-पता न होने के आधार पर तलाक की अर्जी दाखिल की जा सकती है |

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घरेलू हिंसा अधिनियम, 2005

12 . यदि दो वयस्क लड़का या लड़की अपनी मर्जी से लिव इन रिलेशनशिप में रहना चाहते हैं तो यह गैर कानूनी नहीं है । और तो और इन दोनों से पैदा होने वाली संतान भी गैर कानूनी नही है और संतान को अपने पिता की संपत्ति में हक़ भी मिलेगा ।

मोटर वाहन अधिनियम

13. मोटर वाहन अधिनियम की धारा 129 में वाहन चालकों को हेलमेट लगाने का प्रावधान है। मोटर वाहन अधिनियम की धारा 128 में बाइक पर दो व्यक्तियों का बैठने का प्रावधान है। लेकिन ट्रैफिक पुलिस के द्वारा गाड़ी या मोटरसाइकिल से चाबी निकालना बिलकुल ही गैर कानूनी है इसके लिए आप चाहें तो उस कांस्टेबल / अधिकारी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही भी कर सकते हैं।

दंड प्रक्रिया संहिता, 1973

14. केवल महिला पुलिसकर्मी ही महिलाओं को गिरफ्तार कर थाने ला सकती है। पुरुष पुलिसकर्मियों को महिलाओं को गिरफ्तार करने का अधिकार नहीं है। इतना ही नहीं महिलाएं शाम के 6 बजे से सुबह के 6 बजे के बीच पुलिस स्टेशन जाने से मना कर सकती हैं। गंभीर अपराध के मामले में मजिस्ट्रेट से लिखित आदेश प्राप्त होने पर ही एक पुरुष पुलिसकर्मी किसी महिला को गिरफ्तार कर सकता है।

अधिकतम खुदरा मूल्य अधिनियम, 2014

15. कोई भी दुकानदार किसी उत्पाद के लिए उस पर अंकित अधिकतम खुदरा मूल्य से अधिक रुपये नही मांग सकता है परन्तु उपभोक्ता, अधिकतम खुदरा मूल्य से कम पर उत्पाद खरीदने के लिए दुकानदार से भाव तौल कर सकता है।



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