उत्तर प्रदेश में चारागाह की भूमि होगी कब्जा मुक्त
चारागाह भूमि को कब्जा मुक्त कराने के लिए चलेगा विशेष अभियान
वर्तमान में उत्तर प्रदेश में योगी सरकार अवैध कब्जे को लेकर बहुत सख्त है ऐसे में जानवरों के लिए छोड़ी गई चारागाह की भूमि जो वर्तमान में खाली भी हो सकती है। और और उन पर अतिक्रमण भी हो सकता है। गोचर (चारागाह) भूमि को अवैध कब्जाधारियों से कब्जा मुक्त कराने के लिए योगी सरकार विशेष अभियान चलाएगी। इसके लिए हर जिले में नोडल अधिकारियों की नियुक्ति के निर्देश दिए गए हैं। उत्तर प्रदेश में चलाई जा रहे इस अभि यान की रिपोर्ट सीएम कार्यालय को भी उपलब्ध कराना होगा। इससे गोवंश को हरा चारा, भूसा और पौष्टिक पशु आहार उपलब्ध कराया जाएगा।
उत्तर प्रदेश में 65000 हैक्टेयर से अधिक भूमि
पूरे उत्तर प्रदेश में 65 हजार हेक्टेयर से अधिक भूमि है। उत्तर प्रदेश के 12 जिलों में 27 हजार हेक्टेयर से अधिक भूमि को राजस्व विभाग द्वारा कब्जा मुक्त कराया जा चुका है। यूपी के सीएम योगी ने हाल ही में एक उच्च स्तरीय बैठक में अधिकारियों को गोचर भूमि को अवैध कब्जाधारियों से मुक्त कराने के निर्देश दिए थे। इसके बाद प्रदेश भर में सभी राजस्व ग्रामों में गोचर भूमि की सूचना तैयार की जा रही है। इसी के अनुसार हर जिले में क्रम से अभियान चलाया जाएगा।
सभी निराश्रित गोवंशों का किया जाएगा आंकलन
उत्तर प्रदेश शासन ने निर्देश दिया है कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में निराश्रित गोवंश का वास्तविक आंकलन कर सूचना तैयार करें। गो-आश्रय स्थलों में अतिरिक्त शेड का निर्माण करें। जिससे किसी भी गोवंश को किसी भी प्रकार की तकलीफ नहीं हो। सभी आश्रय स्थलों में पर्याप्त भूसा, हरा चारा, पानी आदि की समुचित व्यवस्था हो। राजस्व अभिलेखों हाल ही की एक रिपोर्ट के अनुसार रायबरेली में 3349 हेक्टेयर, लखनऊ में 3,077 हेक्टेयर और अमेठी में 2,005 हेक्टेयर चारागाह भूमि है।
नोट:-ऊपर दी गई जानकारी इंटरनेट तथा समाचार पत्रों से एकत्रित की गई है। किसी भी सूचना के असत्य पाए जाने पर एडमिन की कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।