PM Vishwakarma Yojana 2023 / पीएम विश्वकर्मा योजना

PM Vishwakarma Yojana 2023 / पीएम विश्वकर्मा योजना

PM Vishwakarma Yojana 2023 / पीएम विश्वकर्मा योजना

PM Vishwakarma Yojana 2023 / पीएम विश्वकर्मा योजना

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देश को संबोधित करते हुए विश्वकर्मा योजना का जिक्र करते हुए कहा था कि इसी साल विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर 17 सितंबर को इस योजना को शुरू की जायेगी। केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार ( 16 अगस्त 2023 ) को पीएम विश्वकर्मा योजना को मंजूरी प्रदान कर दी है , जिस पर 13 हजार करोड़ रुपये का खर्च आयेगा ।

इस योजना के माध्यम से गुरु-शिष्य परंपरा के तहत कौशल कार्यों को बढ़ाने वाले कामगारों का कौशल विकास किया जायेगा और उन्हें ऋण सुविधा एवं बाजार पहुँच प्रदान करने में मदद की जायेगी । विश्वकर्मा योजना से बुनकरों , सुनारों , लोहारों , कपड़े धोने वाले श्रमिकों और नाई सहित 30 लाख कारीगर परिवारों को लाभ मिलेगा। इस योजना के तहत शिल्पकारों को 5% की रियायती ब्याज दर पर 2 लाख रुपये तक का ऋण मिलेगा ।

PM Vishwakarma Yojana 2023 / पीएम विश्वकर्मा योजना

पीएम विश्वकर्मा योजना के लिए पंजीकरण शुरू ( उत्तर प्रदेश )

उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा प्रसाद मिश्र ने कहा है कि प्रदेश में पीएम विश्वकर्मा योजना का लाभ लेने के लिए पोर्टल पर पंजीकरण 25 अगस्त से शुरू हो गया है | उन्होंने सर्वाधिक पंजीकरण उत्तर प्रदेश से कराने के निर्देश दिए हैं | सरकार लाभार्थियों को प्रशिक्षण के बाद 15 हजार रूपये का ई वाउचर और 5 फीसदी ब्याज पर 2 लाख रूपये का सिक्युरिटी मुक्त लोन देगी | योजना की समीक्षा करते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि पीएम विश्वकर्मा योजना का वृहद स्तर पर प्रचार प्रसार कर पंजीकरण कराया जाए | ज्यादा से ज्यादा पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगरों को योजना का लाभ दिलाया जाए |

min

सौजन्य एवं आभार : अमर उजाला

कब लॉन्च होगी योजना ?

सरकार 17 सितंबर 2023 को विश्वकर्मा जयंती पर इस योजना को लॉन्च करने जा रही है ।

यह भी पढ़ें :- प्रधान मंत्री मुद्रा लोन योजना 2022

इन 8 योजनाओं ने पीएम मोदी को घर- घर लोकप्रिय बनाया

योजना का उद्देश्य

पीएम विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य कारीगरों और शिल्पकारों के उत्पादों और सेवाओं कि गुणवत्ता , पैमाने और पहुँच में सुधार करना है । इस योजना के जरिए बुनकरों , सुनारों , लोहारों , कपड़े धोने वाले श्रमिकों आदि का आर्थिक सशक्तिकरण होगा ।

दो तरह के कार्यक्रम : बेसिक और एडवांस

इसके तहत दो प्रकार के कौशल विकास कार्यक्रम होगा जिसमें पहला बेसिक और दूसरा एडवांस होगा । इस कोर्स को करने वालों को मानदेय भी मिलेगा । केन्द्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि कौशल प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले लाभार्थियों को प्रतिदिन 500 रुपये के हिसाब से मानदेय दिया जायेगा । मंत्री ने बताया कि योजना के तहत प्रथम चरण में एक लाख रुपये तक का कर्ज दिया जायेगा जिस पर रियायती ब्याज अधिकतम 5 प्रतिशत देय होगा। व्यवसाय को व्यवस्थित करने के बाद दूसरे चरण में 2 लाख रुपये का रियायती ऋण प्रदान किया जायेगा ।

15 हजार की अतिरिक्त मदद

पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत कारीगरों , शिल्पकारों को पीएम विश्वकर्मा प्रमाण पत्र प्रदान कर मान्यता भी दी जायेगी और पहचान पत्र भी दिया जायेगा । इस योजना के तहत कारीगरों को डिजिटल लेनदेन में प्रोत्साहन और बाजार समर्थन प्रदान किया जायेगा। इसके तहत आधुनिक उपकरण खरीदने के लिए 15 हजार रुपये की मदद दी जायेगी ।

इस योजना में पहले चरण में पारंपरिक कार्य करने वालों को रखा गया है । इनमें लोहार , राजमिस्त्री , बढ़ई , कुम्हार , चर्मकार , सुनार, नौका बनाने वाले , हथौड़ा और औजार बनाने वाले , दर्जी , धोबी , पत्थर की कारीगरी करने वाले , मछली पकड़ने का जाल बनाने वाले , दरी , झाड़ू और टोकरी बनाने वाले आदि को शामिल किया गया है ।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top